हर वो क्षेत्र जो एक इंडस्ट्री है। उसमें इंजीनियर की जरूरत तो पड़ती ही है पैट्रोलियम इंडस्ट्री भी इन्हीं में से एक है। पेट्रोलियम जो ऐसा सेक्टर कभी भी बंद नहीं होगा वैसे आपने देखा होगा कि लोक डाउन लगते ही पेट्रोलियम की खपत कम हुई थी। इसका प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट इंपोर्ट चल रहा था इसलिए इस इंडस्ट्री में लोगों को अपनी जॉब जाने की ज्यादा फिक्र नहीं होती। डीजल और पेट्रोलियम प्रोडक्ट जैसे की नेचुरल गैस केरोसिन के बिना हमारा गुजारा नहीं है। तो आप अब इस अरबों खरबों की इंडस्ट्री में अपना करियर बनाना चाहते हो तो हम पैट्रोलियम इंजीनियरिंग के बारे में बात करेंगे।
इसमें अपना करियर कैसे बना सकते हैं?
पैट्रोलियम इंजीनियर का सबसे जरूरी काम होता है की पेट्रोलियम भंडार को कम से कम नुकसान पहुंचाते हुए क्रूड ऑयल को बाहर निकालना, पेट्रोलियम सेक्टर में नई खोज करना, इंडस्ट्री में यूज होने वाली मशीन को कैसे इस्तेमाल करना और उनको ठीक करना पेट्रोल प्रोडक्शन बढ़ाना और कंपनी का और देश का मुनाफा बढ़ाना आदि फाइनेंसियल ईयर 2020 में इंडिया का क्रूड ऑयल प्रोडक्शन 32 मिलियन मैट्रिक टन था और पेट्रोल का एक्सपोर्ट था लगभग 66 मिलियन मेट्रिक टन।
इंडिया दुनिया का सबसे बड़ा तीसरा क्रूड ऑयल इंपोर्टर है 2018 से 2019 तक इंडिया ने 120 मिलियन डॉलर का क्रूड ऑयल इंपोर्ट किया था। देश में ही नेचुरल गैस के इस्तेमाल को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है। सेंट्रल गवर्नमेंट ज्यादा से ज्यादा नेचुरल गैस के भंडार खोजने और उनकी सही इस्तेमाल की सोच रही है इससे पैट्रोलियम इंडस्ट्री में रोजगार बढ़ने की पूरी संभावना है।
पैट्रोलियम इंजीनियरिंग की बात करें तो उसका डिग्री कोर्स 4 साल का होता है?
- BE / B.Tech In Petroleum Engineering
- B.Tech in Petrochemical Engineering
- B.Tech In Petroleum Refinery Engineering
- B.Tech In Petrolieum Reservoir and Production Engineering
अगर मास्टर्स की बात करें तो इसमें में एडमिशन ले सकते हैं
- M.E / M.Tech in Petroleum Exploration
- M.Tech in Petroleum Refinery Engineering
- M.Tech in Petroleum Refining and Petrochemical Engineering
जो भी कैंडिडेट पैट्रोलियम इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं उन्हें सबसे पहले जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करनी पड़ेगी। क्योंकि गवर्नमेंट या प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेजेस में इंजीनियरिंग के लिए JEE पास करने पर ही एडमिशन मिलता है।
एंट्रेंस एग्जाम नेशनल या स्टेट लेवल हो सकता है। इसके अलावा की पॉपुलर एग्जाम है GATE ग्रेजुएट टेस्ट इन इंजीनियरिंग। जो कि मास्टर डिग्री में एडमिशन लेने के लिए होता है। ज्यादातर यूनिवर्सिटी मास्टर्स डिग्री के लिए गेट एग्जाम को प्रायरिटी देती है।
अपना खूद का भी एंट्रेंस एग्जाम करवाती है। इंजीनियर की फिल्में 12th पास होना या ग्रेजुएट होना जरूरी है क्यूकि इसके बाद डिग्री में एडमिशन लेने के लिए आपको गेट देना पड़ता है। फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी और मैथ में अच्छे मार्क्स होने जरूरी है।
प्रोफेशन में आने के कुछ फायदे और नुकसान भी है।
अगर फायदे की बात करें तो पैट्रोलियम इंजीनियर का जॉब इंजीनियरिंग में हाईएस्ट पोपुलर जॉब में गिना जाता है। दुनिया भर में ऑयल एंड गैस की डिमांड हमेशा बनी रहती है। इसीलिए इस प्रोफेशन में स्किल्ड लोगों की मांग बनी रहती है।
अगर आप इस कैरियर को चुनते हैं तो आपको पूरी दुनिया घूमने का मौका मिलता है। क्रूड ऑयल निकालने से लेकर के उन्हें शॉपिंग करने तक के काम में अलग अलग देशों में ट्रेवल करना पड़ता है और बाकि सेक्टर के मुकाबले में पेट्रोलियम इंजीनियर को दुनिया में ज्यादा रिस्पेक्ट की नजर से देखा जाता है।
आने वाले चैलेंजेस।
कहेते हैं की इस सेक्टर में ज्यादातर वक्त विदेश में ही काम करना होता है। और इसमें फील्डवर्क बहुत ज्यादा होने के चलते यह प्रोफेशन बहुत ही स्पेशल होता है। कभी कभी रेगिस्तान और समंदर में होने के चलते काम करना बहुत ही चैलेंजिंग होता है इसीलिए अपनी सेहत का ध्यान रखना और खुद को फिट एन्ड फाइन रखना बहुत जरूरी होता है। साथ ही इसकी डिग्री पाने के लिए बहुत पढ़ाई करनी पड़ती है और अपने स्किल पर काम करना पड़ता है।
अब बात करते हैं जॉब प्रोफाइल की यानी कि ग्रेजुएशन में मास्टर्स करने के बाद और किन-किन पोस्ट पर काम कर सकते हैं?
- 1. Reservoir Engineer
इनका काम होता है तेल को भंडार से कितना निकाला जा सकता है यह देखना तेल कैसे निकालना है ताकि ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्शन हो सके इसके तरीके पर काम करना आदि
- 2. Drilling Engineers
इसका काम होता है वहां पर कुएं की खुदाई करना इनकी जिम्मेदारी बहुत ज्यादा होती है क्योंकि कुए की खुदाई में बहुत सारा पैसा लगता है इसलिए इस काम को कम बजट में सही से कंप्लीट करना होता है लोगों की सुरक्षा किसी एक्सीडेंट को रोकना और पर्यावरण को कम से कम नुकसान पहुंचे इन सभी बातों पर ध्यान देना होता है।
- 3. Production Engineers
ये प्रोडक्शन इंजीनियर को टीम की तरह काम करना होता है क्योंकि कुएं की खुदाई के बाद तेल निकालने का काम प्रोडक्शन इंजीनियर का होता है इसीलिए कॉल को मॉनिटर करना प्रोडक्शन कैपेसिटी बढ़ाना और तेल निकालने के अलग-अलग तरीके ढूंढना इन्ही की जिम्मेदारी होती है
- 4. Completion Engineers
इनका काम होता है तेल के कुएं बनाना ताकि तेल के भंडार तक आसानी से पहुंचा जा सके।
प्रोफेशन में काम करने वालों की सैलरी कितनी होती है?
कि हम बात करें तो की पढ़ाई पूरी करने के बाद एक इंजीनियर को सालाना 500000 से 700000 की सैलरी आराम से मिल जाती है। साथ ही बढ़ते एक्सपीरियंस के साथ अगर आपको फॉरेन कंट्री में काम करने का मौका मिलता है तो सैलरी के साथ-साथ कई और फैसिलिटी भी कंपनी देती है।
अगर आप इंडियन ऑयल और ओएनजीसी जैसी बड़ी ऑर्गेनाइजेशन के साथ काम कर रहे हैं मैनेजर की पोस्ट तक पहुंच गए तो आपकी सैलरी ₹3000000 सालाना तक जा सकती है।
पढ़ाई के बाद जॉब एप्लीकेशन और प्लेसमेंट की बात हो तो इंडिया में ONGC, Indian Oil Corporation ltd, Bharat Petroleum Corporation ltd, Hindustan Petroleum Corporation Ltd, Gail, Essar Or HOEC जैसी कंपनीज लीडिंग ब्रांच हेड इनके अलावा भी बढ़ती एक्सपीरियंस के साथ अब USA, Saudi Arabia, Iran, UAE, Russia और बाकी पेट्रोलियम एक्सपोर्ट इन देशों में भी जॉब एप्लीकेशन दे सकते हैं।
यूनिवर्सिटीज और इंस्टिट्यूट जहां से और पैट्रोलियम इंजीनियरिंग की क्वालिटी एजुकेशन पा सकते हैं?
तो सबसे पहले आता है IIT Bombay, Indian Institute of Technology में M.Tech in Petroleum Geoscience की पढ़ाई कर सकते हैं। जिसमें एडमिशन के लिए आपको गेट एग्जाम पास करना होगा और इस कोर्स के लिए आपको ₹50000 की फीस भी देनी पड़ेगी। अगला है Lovely Professional University जो की जालंधर में है तो आप बी टेक इन पैट्रोलियम इंजीनियरिंग लेटेस्ट एंट्री में एडमिशन ले सकते हैं। इसके लिए यूनिवर्सिटी की तरफ से एलपीयू नेस्ट एग्जाम लेती और कोर्स की फीस लगभग ₹500000 है।
अगला हे यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एनर्जी स्टडीज जो कि देहरादून में है जो पेट्रोलियम की पढ़ाई में देश की जानी मानी यूनिवर्सिटी है यहां पर पढ़ाई करने के लिए अफ्रीकन और मैडलिस्ट से काफी सारे स्टूडेंट्स आते हैं। यहां पर आप B.Tech in Applied Petroleum Engineering with Specialization in Gas Stream में एडमिशन ले सकते हैं इसके लिए JEE Main और यूनिवर्सिटी का अपना एंट्रेंस टेस्ट यूपीएसईआरटी देना पड़ता है उसकी fees की बात करें तो 15 से 17 लाख रुपए तक हे।
अगला हे चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी जहां पर आप भी इन पैट्रोलियम इंजीनियरिंग कर सकते हैं यूनिवर्सिटी अपना खुद का टेस्ट लेती है सीयूसीईटी कोर्स की फीस के तौर पर लगभग साडे ₹650000 यहां पर आपको देने होते हैं तो इन सभी यूनिवर्सिटी की वेबसाइट से आप इनके बारे में सारी जानकारी जैसे की एजुकेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर इनके प्लेसमेंट रिकॉर्ड, कोर्स की फीस, हॉस्टल फैसिलिटी, स्कॉलरशिप एग्जाम जैसे सारी जानकारी पा सकती है। और प्रोस्पेक्टर्स भी मंगवा सकते है।
पेट्रोलियम इंडस्ट्री बहोत बड़ी है इसलिए ज्यादा जानकारी के लिए और एडमिशन लेने से पहले आप अपनी खुद ही रिसर्च जरूर करें बेसिक जानकारी और यह आर्टिकल आपको कैसा लगा प्लीज हमें जरूर बताइए कमेंट बॉक्स में लिखकर के साथी आपका कोई आईडिया हो सजेशन है तो वह भी आप हमें बता सकते हैं।
