- प्रॉपर्टी खोजना 
 - प्रॉपर्टी के मालिक से डील करना 
 - क्लाइंट का पता लगाना 
 - क्लाइंट को प्रॉपर्टी दिखाना 
 - प्रॉपर्टी का रख रखाव यानि रंगवाना, रिपेयरिंग करना इत्यादि 
 - डील फाइनल होने के बाद रेंट एग्रीमेंट बनवाना 
 - प्रॉपर्टी बिकने पर रजिस्ट्री ऑफिस में प्रॉपर्टी रजिस्टर करवाना 
 - दुकान बिकने पर रेलेटेड पेपर तैयार करवाना 
 - माकन खाली होते वक्त चेक करवाना की माकन सही हालत में है या नहीं 
 - इलेक्ट्रीसिटी बिल जमा करना 
 - हाउस टैक्स जमा करना इत्यादि 
 
दोस्तों जरुरी नहीं की हर मामले में यहाँ दी हुई सारी चीजे आपको करनी पड़े। दोस्तों ये अलग अलग केस पे अलग अलग हो सकता है। प्रॉपर्टी डीलर या कंसलटेंट ऐसा करियर है जिसमे बिना पैसे लगाए बहोत सारे पैसे कमा सकते है। 
Five Important Tips to be Successful in Property Dealer 
Focus More on Experience then Studies
ये बिज़नेस चालू करने के लिए ज्यादा एजुकेशन की जरुरत नहीं है। कुछ निजी संस्था ऐसे कोर्स करवाती है। लेकिन आप अपने अनुभव से अच्छे से सिख सकते है। दोस्तों 6 महीने से 1 साल का अनुभव इस बिज़नेस को चालू करने के लिए सही है अनुभव लेते समय ये चीजे खास सीखे। 
- प्रॉपर्टी की माध्यम से आप सिख सकते है। 
 - क्लाइंट कैसे आपको मिल सकते है। 
 - दस्तावेज कोनसे जरुरी है। 
 - प्रैक्टिकल काम कैसे करे। 
 - प्रॉपर्टी से सम्बंधित मेथेमेटिकल कैलकुलेशन कैसे करे। 
 
Use Soft Skills and Maintain Credibility
प्रोपेरी डीलर के इस काम में आपको प्रॉपर्टी ओनर और लैंडलॉर्ड के साथ साथ आपको क्लाइंट के साथ साथ रोजाना डील करना होगा। ऐसे में आपकी कम्युनिकेशन स्किल अच्छी होनी चाइये। आपको न केवल कंसर्न पार्टी से पुलाइटली बात करना आना चाइये बल्कि आपको हरेक एक्टिविटी में ट्रस्ट फैक्टर को सबसे अधिक महत्त्व देना चाइये। 
इस केस में कई बार प्रॉपर्टी का मालिक प्रॉपर्टी दिखने के लिए खुद हाजिर नहीं होता बल्कि अपने प्रॉपर्टी की चाबी रियल एस्टेट एजेंट की दे देता है। इसी लिए ट्रस्ट फैक्टर में रहना जरुरी है लेकिन काम लोग ही आपके साथ डील करेंगे। 
ट्रस्ट को पैदा करने का सबसे आसान तरीका है। अपना एक ऑफिस खोल कर काम करे, हमेसा ट्रांस्पेरेन्सी बनाए रखिए और जो आप कमिटमेंट करे वो पूरा करे। 
Follow these Steps to Find Property 
दोस्तों सबसे पहले आप इस बिज़नेस को किस फील्ड में करना चाहते है उसकी पूरी इनफार्मेशन आपके पास होनी चाइये। हाथ में एक  मोबाइल और घूमने के लिए वेहिकल है तो बहोत अच्छा। सबसे पहले पुरे एरिया में घूमके कोनसी प्रॉपर्टी किराय पे है और कोनसी प्रॉपर्टी बेचनी है उसकी पूरी लिस्ट बना दीजिए। 
Medium of Property Searching
दैनिक अख़बार से हर रोज आपको अच्छी प्रॉपर्टी की जानकारी मिलेगी, इंटरनेट पर मजिक ब्रेक, 99 एकर, क्विकर, कॉमन फ्लौर और ऐसी बहोत सारी वेबसाइट से प्रॉपर्टी मिल सकती है। 
सोसियल नेटवर्क पर बनाए गए ग्रुप, फेसबुक ग्रुप और व्हाट्सअप ग्रुप से भी अच्छी माहिती निकली जा सकती है। और सबसे जरुरी है पहचान यानि अपने कांटेक्ट के माध्यम से प्रॉपर्टी लोकेट करना चाइये। 
एक बार महेनता करने के बाद अपने प्रॉपर्टी का डाटा बेज तो तैयार कर लिया तो बस अब आपको इसके लिए सही ग्राहक ढूँढना बाकि है। 
How to Find Client
प्रॉपर्टी सेल करवाने के  लिए आपको कस्टमर की जरुरत होती है और आप ग्राहकों से इन जगह पर मिल सकते है। 
👉ऑफिस खोल कर ऑफिस ऐसी जगह पे होनी चाइये जहा ग्राहक आसानी से मिल सके। 
👉अख़बार में छोटे छोटे विज्ञापन देके। 
👉इनेर्नेट से मजिक ब्रेक्स, 99 एकर्स, क्विकर, कॉमन फ्लोर कुछ ऐसी वेबसाइट जो रियल एस्टेट के विज्ञापन करती है इन वेबसाइट के पैकेज लेके विज्ञापन के जरिए भी आपको क्लाइंट मिल सकते है। 
👉आप खुद की वेबसाइट बनके गूगल, फेसबुक इत्यादि पे  प्रोमोट करके भी आप क्लाइंट को ढूंढ सकते है। 
👉 रियल एस्टेट में जस्ट डाइल भी एक कस्टमर से कांटेक्ट करने का एक अच्छा माध्यम है। 
एक बार क्लाइंट मिल जाए तो कोसिस कीजिए की उसे पनपसंद प्रॉपर्टी दिखा सके। दोस्तों इस फील्ड में कम्पीटशन बहोत है और इसमें आप थोड़े से भी ढीले पड़े तो आपका बिज़नेस किसी और के हाथो में चला जायेगा। 
How to Work and Make Profit
प्रॉपर्टी वैसे तो चार पार्ट में होती है। 
- Residential यानि अपार्टमेंट, फ्लैट, बंगलो इत्यादि 
 - Commercial यानि दुकान, शोरूम इत्यादि 
 - Industrial यानि फ़ैक्ट्री या मैन्युफैक्चरिंग यूनिट सेटअप करने की जगह 
 - Land 
 
एज अ कंसलटेंट या तो इस प्रॉपर्टी  को किराय पर दिलवाते है या फिर इनकी सेल करवाते है। 
अगर बात करे किराय की तो आपको रेंटल के आधार पर ब्रोकरेज मिल सकता है। इसके पहेले आपको क्लाइंट को अवेलेबल प्रॉपर्टी दिखानी पड़ती है। क्युकी काम के दिनों में लोग बिजी होते है इसी लिए छूटी के दिन ज्यादातर लोग प्रॉपर्टी देखना पसंद करते है। 
एक एजेंट को किसी भी समय क्लाइंट को एंटरटेन करने के लिए तैयार रहना चाइये। एक बार बिज़नेस स्टार्ट होने के बाद कुछ एम्प्लॉय हायर करके भी ये काम कर सकते है। 
बहोत बार ग्राहक और मालिक के बिच कीमत मिलती नहीं है इसी लिए डील हो नहीं पाती है। मलिक और क्लाइंट को किसी एक काम के लिए राजी करना आपका काम होता है। अगर आप इस में सफल हो गए तो आपको ब्रोकरेज मिलता है ये ब्रोकरेज अलग अलग केस पे डिपेंड करता है। 
अगर बात करे प्रॉपर्टी सेल करवाने की तो से करवाके भी अच्छा ब्रोकरेज मिलता है। ये कमीशन प्रॉपर्टी की कीमत का एक से दो परसेंट तक होता है। अगर आप पचास लाख का माकन सेल करवाते है तो दो परसेंट के हिसाब से आपको एक लाख रूपए कमीशन के तोर पर मिलेंगे। 
लेकिन ये इतना आसान काम  नहीं है कोई भी डील इतनी आसानी से फाइनल नहीं होती। काफी बार कीमत को लेकर पार्टी समत नहीं होती है। कभी कभी लोन पास न होने पर भी दिक्कत आ जाती है। लेकिन दोस्तों सारी बाधाओं को पार करके डील फाइनल हो जाये तो आपके मजे ही मजे है। 
रियल एस्टेट के काम पे पेशंस और महेनत का होना बहोत जरुरी है। कई सारे लोग इस काम को करने का प्रयास तो करते है लेकिन शुरुआत में कामयाबी न मिलने से वो निरास हो जाते है और वो लोग काम छोड़ देते है। दोस्तों ऐसे वक्त में धैर्य बनाए रखे और पूरी महेनत और ईमानदारी से काम करते रहे। दोस्तों आपको सफलता जरूर मिलेगी। 
और प्रोस्टार सपोर्ट को उम्मीद है की हमारे इस मेसेज से आपको प्रॉपर्टी डीलर बनने में जरूर मदद मिलेगी और हमारा ये मेसेज आपको पसंद आया है तो कमेंट बॉक्स में एक कमेंट दाल दीजिए। और दोस्तों को भी शेयर करे।